ब्राह्मण समाज के उत्थान के लिए किया जा रहा महासंघ का प्रयास सराहनीय : सुनीता पाठक
Ranchi News : राजनीति के सुधार की दिशा में कार्यरत संगठन समाज सत्ता ने भगवान परशुराम (Bhagwan Parshuram) के मंदिर और धर्मशाला के निर्माण की मांग पर बड़ी बात कही है। समाज सत्ता ने कहा है कि कान्यकुब्ज ब्राह्मण महासंघ की ओर से उठाई गई यह मांग प्रशंसनीय है और संगठन इस मांग का समर्थन करता है।
बता दें कि कान्यकुब्ज ब्राह्मण महासभा ने गुरुवार (24 अक्टूबर, 2024) को राज्यपाल से मुलाकात कर भगवान परशुराम (Bhagwan Parshuram) के मंदिर एवं धर्मशाला के निर्माण की मांग रखी थी। महासभा के एक प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल को एक ज्ञापन सौंपकर प्रदेश में रहने वाले ब्राह्मण समाज के लोगों की दुर्दशा का मामला उठाते हुए उनके उत्थान सहित कई अन्य मांगें भी रखीं थीं।
Bhagwan Parshuram Temple Construction
राज्यपाल की ओर से सकारात्मक निर्णय की उम्मीद
समाज सत्ता की संस्थापक राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनीता पाठक ने कहा कि कान्यकुब्ज ब्राह्मण महासंघ ने झारखंड के ब्राह्मणों के उत्थान एवं कल्याण की दिशा में सकारात्मक पहल की है। राज्य में भगवान विष्णु के अवतार भगवान परशुराम के मंदिर और धर्मशाला निर्माण अति आवश्यक है। उम्मीद है कि राज्यपाल की ओर से इस दिशा में शीघ्र ही सकारात्मक निर्णय आएगा।
उन्होंने कहा कि इस समय झारखंड में ब्राह्मण समाज अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहा है। अधिकांश ब्राह्मणों की आर्थिक एवं शैक्षणिक स्थिति दयनीय है। ऐसी स्थिति में कान्यकुब्ज ब्राह्मण महासंघ ने ब्राह्मणों के कल्याण की दिशा में जो कदम उठाए हैं, वे प्रशंसनीय हैं।
Bhagwan Parshuram Temple
केवल पूजा-पाठ और मंदिरों पर निर्भर है जीवन
इस संबंध में कान्यकुब्ज ब्राह्मण महासंघ झारखंड के संयोजक मनोज कुमार पांडेय ने बताया कि एक संस्था के सर्वे के अनुसार पूरे झारखंड प्रदेश में ब्राह्मण समाज के लगभग 12 लाख लोग रहते हैं, जिनमें कान्यकुब्ज ब्राह्मणों की संख्या लगभग 4 लाख है। इनमें अधिकांश लोगों की आर्थिक एवं शैक्षणिक स्थिति अत्यंत दयनीय है।
उन्होंने कहा कि इस समाज के अधिकांश लोग केवल पूजा-पाठ एवं मंदिरों में पुजारी के रूप में कार्य करके किसी प्रकार अपना जीवन निर्वाह कर रहे हैं। इन्हें अपने परिवार का भरण-पोषण करने में भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
Bhagwan Parshuram Jayanti
ब्राह्मणों के कल्याण के लिए सरकार को आदेश देने का आग्रह
कान्यकुब्ज ब्राह्मण महासभा झारखंड के संयोजक मनोज कुमार पांडेय ने राज्यपाल को ब्राह्मण समाज की स्थिति से अवगत कराते हुए ब्राह्मणों के उत्थान एवं कल्याण के लिए ज्ञापन में सूचीबद्ध मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करते हुए राज्य सरकार को आदेश देने का आग्रह भी किया।
उन्होंने कहा कि राज्यपाल की ओर से प्रतिनिधिमंडल को झारखंड विधानसभा चुनाव के बाद इस विषय पर यथासंभव सहयोग प्रदान करने का आश्वासन दिया गया। राज्यपाल ने ब्राह्मणों की स्थिति से रूबरू होने के बाद उक्त बातें कहीं। साथ ही भगवान परशुराम के मंदिर हेतु जमीन चिह्नित करने और उपलब्ध कराने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता भी जाहिर की।
Bhagwan Parshuram Temple News
क्या हैं कान्यकुब्ज ब्राह्मण महासंघ की मांगें?
महासंघ की मांगों के बारे में जानकारी देते हुए मनोज कुमार पांडेय ने बताया कि जनसंख्या के आधार पर सामाजिक एवं आर्थिक रूप से कमजोर कान्यकुब्ज ब्राह्मण जाति के परिवारों के लिए विशेष रूप से सर्वे करवाकर सरकारी एवं अर्द्धसरकारी नौकरियों में आरक्षण की व्यवस्था की जानी चाहिए।
साथ ही ज्ञापन में ब्राह्मणों के उत्थान एवं कल्याण के लिए झारखंड कल्याण बोर्ड की स्थापना करने, 19 मई को भगवान विष्णु के छठे अवतार भगवान परशुराम के नाम पर सार्वजनिक अवकाश घोषित करने, विलुप्त हो रही संस्कृत भाषा के संरक्षण के लिए झारखंड में तत्काल भगवान परशुराम संस्कृत विश्वविद्यालय की स्थापना करने, प्रदेश में स्थित मठों एवं मंदिरों की जमीन का नामांतरण संबंधित मठ-मंदिर के देवताओं के नाम करने एवं मंदिर में पुजारी को वार्षिक महंगाई वृद्धि के अनुसार निश्चित मानदेय प्रदान करने जैसी मांगें शामिल हैं।
Bhagwan Parshuram Temple In Jharkhand
चिकित्सक की लापरवाही के कारण हुई मौत की सीबीआई जांच हो
मनोज कुमार पांडेय ने कहा कि पिछले दिनों रांची के रानी चिल्ड्रन अस्पताल में डॉ. राजेश कुमार की लापरवाही और गलत दवा देने के कारण बरही जिलांतर्गत राम जीता ग्राम निवासी देवदत्त पांडेय के चार वर्षीय पुत्र सक्षम पांडेय की मृत्यु हो गई थी। ज्ञापन में इस घटना की सीबीआई जांच करवाने की मांग भी की गई है।
उन्होंने बताया कि ज्ञापन में सभी सरकारी विभागों में ब्राह्मण कोषांग का गठन करने, ब्राह्मण जाति के भूमिहीन/बीपीएल परिवरों को निःशुल्क आवास की सुविधा देने, ब्राह्मण समाज के बेरोजगार युवक-युवतियों को भी अन्य जातियों की तरह ही बेरोजगारी भत्ता देने और राज्य के सभी विद्यालयों एवं विश्वविद्यालयों की पाठ्य पुस्तकों में भगवान परशुराम की जीवनी एवं दर्शन की पढ़ाई करवाने की मांग भी शामिल है।
कान्यकुब्ज ब्राह्मण महासंघ के इस प्रतिनिधिमंडल में महिला सेल की संयोजिका ललिता ओझा, प्रदेश उपाध्यक्ष विपिन पांडेय, सचिव अरविंद कुमार झा एवं देवचरण पांडेय शामिल थे। समाज सत्ता की राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनीता पाठक ने इस प्रतिनिधिमंडल का भी आभार जताते हुए इस कार्य में अपनी ओर से पूर्ण समर्थन देने की बात कही है।
Bhagwan Parshuram Temple And Dharamshala
भारत को वास्तव में ‘भारत’ बनाना है लक्ष्य
समाज सत्ता के बारे में बताते हुए सुनीता पाठक ने कहा कि यह देश का एकमात्र ऐसा संगठन है, जिसका उद्देश्य शासन (सरकार) में समाज की वास्तविक भागीदारी सुनिश्चित करना है। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य है समाज के लिए, समाज के द्वारा, समाज का शासन।
उन्होंने कहा कि देश को भय, भूख और भ्रष्टाचार से मुक्त करने के लिए सबसे पहले भारत को वास्तव में ‘भारत’ बनाना होगा। एक ऐसा भारत, जो ‘जल, जंगल, जमीन, जीव और जगदीश’ की अवधारणा के अनुरूप हो। एक ऐसा भारत, जो आर्थिक और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध, शक्तिशाली और स्वावलंबी बने। समाज सत्ता एक ऐसे भारत के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध है।
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